यह पुराना सूटकेस जो मेरे दरवाजे के पास पड़ा रहता है
इस पर हमारे सभी अपूर्व अनुभवों के आघात हैं
इस पर लगी चिप्पियाँ हमारी कहानी की यात्रा के
सभी पड़ावों को इंगित करती हैं
हर रात मेरी निरंकुश उन्निद्रता में,
मुझे ऐसा महसूस होता है जैसे मैं अपने कान में इसकी फुसफुसाहट सुन रही हूँ
मानो यह तुम्हारे शब्दों के साथ मुझसे बात कर रहा हो
शब्द इतने साफ़ नहीं सुनाई देते क्योंकि वे बहुत घिस चुके हैं
सभी रेलगाड़ियां ,
सभी नौकाएं ,
सभी विमान
मुझे कभी भी वहां तक या आसपास नहीं ले जा पाते
जहाँ यह पहुंच जाता है
मैं चाहती हूँ कि मेरा दिल
मैं चाहती हूँ कि मेरा दिल
मैं चाहती हूँ कि मेरा दिल अपनी उड़ान भरे
अपनी इस उम्र में, मैं बहुत कम सामान से यात्रा करना चाहती हूं
कोई ऐसा बंधन नहीं रहा जो मुझे कहीं जाने से रोक पाए
मेरे पास ऐसा कुछ नहीं जो मुझे घोषित करना है और कुछ ऐसा नहीं जो मेरे भार को बड़ा सके
यादों से भरे इस पुराने सूटकेस की तरह
सभी रेलगाड़ियां ,
सभी नौकाएं ,
सभी विमान
मुझे कभी भी वहां तक या आसपास नहीं ले जा पाते
जहाँ यह पहुंच जाता है
मैं चाहती हूँ कि मेरा दिल
मैं चाहती हूँ कि मेरा दिल
मैं चाहती हूँ कि मेरा दिल अपनी उड़ान भरे
सभी रेलगाड़ियां ,
सभी नौकाएं ,
सभी विमान
मुझे कभी भी वहां तक या आसपास नहीं ले जा पाते
जहाँ यह पहुंच जाता है
जहाँ यह पहुंच जाता है