मैं होने वाला महाराजा
दुश्मन तेरा काल
(वैसे देखे नहीं पहले कहीं छुटकु राजा के दो बाल)
मेरी शान ऐसी मेरे जैसा ,ना होगा चारों ओर
मैं जो सिर उठाके धहाऊँगा,गूंजेगा मेरा शोर
(अब तक जो बात की, *ना काम की ना काज की)
मैं बनूँ राजा आज ही
(अभी दिल्ली बहुत दूर हैं छुटकु राजा धीरज धरो)
ना बोले कोई ऐसे ,(सुनो राजकुमार)
ना बोले कोई वैसे (सुनिए तो सरकार)
ना कोई हमें रोके (जल्दबाज़ी में धोके हैं)
ना हमें कोई टोके (धोके हैं धोके)
हम तो सारा दिन घुमे
दिल मस्ती में यूँही झूमे
(यह तो होने से रहा)
(ज़रा बेनब तुम मेरी ओर छोड़ो,फ़िज़ूल की मे में)
राजकुमार कहा सुने यार किसी पोपट की मे मे
(अगर यही है आने वाला कल ,तो जंगल छोड़ दू
मैं नौकरी की क्या कर रहा ,हर नाता तोड़ दू)
हे बहकी बातें बरखुरदार की Simba
मैं बनूँ राजा आज ही
देखे सभी बायें,देखे सभी दायें
देखे सभी जहाँ भी,मुझको ही पाए
(ख़ामोश)
ऐसी की तेसी सुर की ताल की
हे रोने की बनको बवाल की
है आ गयी है महाराज की पालकी
मैं बनूँ राजा आज ही
यह बने राजा आज ही
हाँ बनूँ राजा आज ही